'ड' से डरो मत
'र' से रास्ते हमेशा मौजूद होते हैं, बस उन्हें खोजना होता है।
'म' से मौत को सत्य कहने वाले लोग झूठे, भटके और असफल व्यक्ति हैं। मौत कुछ नहीं होती।
'त' से तभी जिया जा सकता है जब मृत्यू का भय ना हो, और जीवन का लोभ भी।
और इतनी बात का कुल जमा ये कि
डरो मत !!
क्योंकि विकल्पहीन व्यक्ति के पास डरने का विकल्प नहीं होता।
अनुराग अनंत
'र' से रास्ते हमेशा मौजूद होते हैं, बस उन्हें खोजना होता है।
'म' से मौत को सत्य कहने वाले लोग झूठे, भटके और असफल व्यक्ति हैं। मौत कुछ नहीं होती।
'त' से तभी जिया जा सकता है जब मृत्यू का भय ना हो, और जीवन का लोभ भी।
और इतनी बात का कुल जमा ये कि
डरो मत !!
क्योंकि विकल्पहीन व्यक्ति के पास डरने का विकल्प नहीं होता।
अनुराग अनंत
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