आपको जिस चीज़ की प्रतीक्षा हो जब वो मिल जाती है तो मृत्यू सी शांति मिलती है।
ग़ज़ब बात करते हो यार, शिद्दत से चाही चीज़ का मिलना और मृत्यू ? कैसी अज़ीब बात कर रहे हो। एकदम बेमेल मिलन है। मन का स्वाद कसैला कर देने वाली बात।
दो घड़ी ठहर कर उसने कहा- जीवन भी तो बेमेल चीज़ों का ही मिलन है। हर पल मन का स्वाद कसैला होता रहता है। एक बार हँसने से पहले सौ आँसू पीने पड़ते हैं।
-यू आर सो निगेटिव,
-नो डियर आई एम सो रियल !!
-यू मेक मी डिप्रेस ऑल दी टाइम
-नो, आई टेल माई ट्रूथ टू यू, व्हिच यू डोंट अससेप्ट !!
-आई एम गोइंग।
-आई नेवर होल्ड यू।
वो चला गया। रात गहरी हो रही थी। घड़ी अपनी धुन में चल रही थी और वो अपनी धुन में सुलग रहा था। गंगा के कछार से राम राम की धुन गूँज रही थी। वो एक साधू था जो एक साल से सोया नहीं था। ये एक प्रेमी था जिसे नींद नहीं आती थी। वो उस लड़की का नाम ऐसे पुकारता था कि कोई सुन ना सके। उसके भीतर के निर्वात में अब बस उस लड़की का नाम ही था। बिस्तर पर निढाल बेबसी के जैसे पड़ा हुआ वो अपने दोस्त की बात याद कर रहा था। एक खाईं सी आत्मा में ख़ुद रही थी। एक गहरी अंधेरी गुफ़ा। जिसमें वो खो रहा था। आप इसे नींद और सपना कहना चाहें तो कह सकते हैं। पर अभी भाषा में इनकी परिभाषा नहीं थी। इनके लिए शब्द रचे जाने थे।
उसके दिमाग़ में एक चित्र उभरता है। हिरण का शावक भाग रहा है और शेर उसके पीछे पड़ा हुआ है। उसकी शिराओं में जैसे ही ख़ून की रफ़्तार तेज़ होती है। शावक की जगह वो ख़ुद को पाता है और शेर उस लड़की का बाप बन चुका है। उसके हांथों में रिवॉल्वर है। अब उसकी त्वचा पर पसीने की बूँदें फूट आईं हैं। और कदमों में पहिये उतर आएं हैं। चारों तरफ एक घना जंगल है और रास्ते फूटते ओझल होते रहते हैं। वो आदमी चाहे तो गोली मार सकता है पर वो बंदूक की नाल को माथे के बीचोंबीच रख कर मारना चाहता है। वो चाहता है कि मौत उसे छुए, उसकी साँसों में मृत्यू की गर्मी घोलना चाहता है वो आदमी।
पैर थकने लगे हैं। अब साँस भी टूट रही है। जंगल एक पार्क में बदल गया है। लड़का हाँफते हुए बैठ गया है। सुस्ताते हुए वो पीछे देखता है। अब लड़की के बाप की जगह लड़की है। उसके चेहरे पर ज़न्नत है और लड़के के चेहरे पर ग़ुलाबी रंग। लड़की एकदम पास आती है। लड़के की आँखों में आँख डाल कर देखने लगती है। लड़का इस दुनिया का अब नहीं है। वो भाषाएं भूल चुका है। उसकी चेतना निर्वात में झूलती कोई वस्तु है। लड़की आँखें बंद करती है और लड़के के माथे पर बीचोंबीच चूम लेती है। लड़के का स्वप्न टूटता है। उसमें मृत्यू सी शांति पसर चुकी है। वो अपने उसी दोस्त को फ़ोन मिलता है। फ़ोन नहीं उठता। वो फ़ोन काट कर बुदबुदाता है।
प्रेम का एक चुम्बन आपकी आत्मा तक शांति भर सकता है। मृत्यू सी शांति। प्रेम आपको ऐसे मारता है कि आप अमर हो जाते हैं।
ग़ज़ब बात करते हो यार, शिद्दत से चाही चीज़ का मिलना और मृत्यू ? कैसी अज़ीब बात कर रहे हो। एकदम बेमेल मिलन है। मन का स्वाद कसैला कर देने वाली बात।
दो घड़ी ठहर कर उसने कहा- जीवन भी तो बेमेल चीज़ों का ही मिलन है। हर पल मन का स्वाद कसैला होता रहता है। एक बार हँसने से पहले सौ आँसू पीने पड़ते हैं।
-यू आर सो निगेटिव,
-नो डियर आई एम सो रियल !!
-यू मेक मी डिप्रेस ऑल दी टाइम
-नो, आई टेल माई ट्रूथ टू यू, व्हिच यू डोंट अससेप्ट !!
-आई एम गोइंग।
-आई नेवर होल्ड यू।
वो चला गया। रात गहरी हो रही थी। घड़ी अपनी धुन में चल रही थी और वो अपनी धुन में सुलग रहा था। गंगा के कछार से राम राम की धुन गूँज रही थी। वो एक साधू था जो एक साल से सोया नहीं था। ये एक प्रेमी था जिसे नींद नहीं आती थी। वो उस लड़की का नाम ऐसे पुकारता था कि कोई सुन ना सके। उसके भीतर के निर्वात में अब बस उस लड़की का नाम ही था। बिस्तर पर निढाल बेबसी के जैसे पड़ा हुआ वो अपने दोस्त की बात याद कर रहा था। एक खाईं सी आत्मा में ख़ुद रही थी। एक गहरी अंधेरी गुफ़ा। जिसमें वो खो रहा था। आप इसे नींद और सपना कहना चाहें तो कह सकते हैं। पर अभी भाषा में इनकी परिभाषा नहीं थी। इनके लिए शब्द रचे जाने थे।
उसके दिमाग़ में एक चित्र उभरता है। हिरण का शावक भाग रहा है और शेर उसके पीछे पड़ा हुआ है। उसकी शिराओं में जैसे ही ख़ून की रफ़्तार तेज़ होती है। शावक की जगह वो ख़ुद को पाता है और शेर उस लड़की का बाप बन चुका है। उसके हांथों में रिवॉल्वर है। अब उसकी त्वचा पर पसीने की बूँदें फूट आईं हैं। और कदमों में पहिये उतर आएं हैं। चारों तरफ एक घना जंगल है और रास्ते फूटते ओझल होते रहते हैं। वो आदमी चाहे तो गोली मार सकता है पर वो बंदूक की नाल को माथे के बीचोंबीच रख कर मारना चाहता है। वो चाहता है कि मौत उसे छुए, उसकी साँसों में मृत्यू की गर्मी घोलना चाहता है वो आदमी।
पैर थकने लगे हैं। अब साँस भी टूट रही है। जंगल एक पार्क में बदल गया है। लड़का हाँफते हुए बैठ गया है। सुस्ताते हुए वो पीछे देखता है। अब लड़की के बाप की जगह लड़की है। उसके चेहरे पर ज़न्नत है और लड़के के चेहरे पर ग़ुलाबी रंग। लड़की एकदम पास आती है। लड़के की आँखों में आँख डाल कर देखने लगती है। लड़का इस दुनिया का अब नहीं है। वो भाषाएं भूल चुका है। उसकी चेतना निर्वात में झूलती कोई वस्तु है। लड़की आँखें बंद करती है और लड़के के माथे पर बीचोंबीच चूम लेती है। लड़के का स्वप्न टूटता है। उसमें मृत्यू सी शांति पसर चुकी है। वो अपने उसी दोस्त को फ़ोन मिलता है। फ़ोन नहीं उठता। वो फ़ोन काट कर बुदबुदाता है।
प्रेम का एक चुम्बन आपकी आत्मा तक शांति भर सकता है। मृत्यू सी शांति। प्रेम आपको ऐसे मारता है कि आप अमर हो जाते हैं।
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