मैं बस इतना कहना चाहता हूँ कि
मैं आजतक वो नहीं कह सका
जो मुझे कहना था
मैं अकेला नहीं हूँ
तुम भी हो मेरे साथ
जो नहीं कह पाया है दिल की बात
फ़र्क बस इतना है कि
मैं ये बात कह पा रहा हूँ
और तुम हो कि
इतना भी नहीं कह पाते
मुझे मेरी ख़ामोशी में चुभन महसूस होती है
इसलिए मैं कविता बनाता हूँ
तुम्हें तुम्हारी ख़ामोशी महसूस ही नहीं होती
इसलिए तुम बेवकूफ बनाते हो
खुद को भी
और दुनिया को भी
अनुराग अनंत
मैं आजतक वो नहीं कह सका
जो मुझे कहना था
मैं अकेला नहीं हूँ
तुम भी हो मेरे साथ
जो नहीं कह पाया है दिल की बात
फ़र्क बस इतना है कि
मैं ये बात कह पा रहा हूँ
और तुम हो कि
इतना भी नहीं कह पाते
मुझे मेरी ख़ामोशी में चुभन महसूस होती है
इसलिए मैं कविता बनाता हूँ
तुम्हें तुम्हारी ख़ामोशी महसूस ही नहीं होती
इसलिए तुम बेवकूफ बनाते हो
खुद को भी
और दुनिया को भी
अनुराग अनंत
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