करवट
बुधवार, अप्रैल 06, 2011
चिमनी
कारखाने की चिमनियों से ,
निकलते हुए धुंए को देख कर ,
उसकी आँखें चमक उठी ,
और मेरी आँखें भीग गयी ,
चूँकि मेरे पेट का खाना इसी धुयें से हो कर ,
उसके पेट में गया है ,
ये धुयाँ है या फिर नली,
वो नली जिससे खून चूसा जाता है,
तुम्हारा --अनंत
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