tag:blogger.com,1999:blog-3518321702029003500.post4528741907665612048..comments2023-08-17T05:06:06.076-07:00Comments on करवट : अनगिनत आवाजों के घेरे....Anurag Anant http://www.blogger.com/profile/15882565252484893307noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3518321702029003500.post-43735438897058647582013-07-31T07:47:42.093-07:002013-07-31T07:47:42.093-07:00'जैसे बच जातीं हैं,
कुछ सासें, सांस लेने के बा...'जैसे बच जातीं हैं,<br />कुछ सासें, सांस लेने के बाद<br />कुछ आंसू, बहुत रोने के बाद<br />कुछ बातें, सबकुछ कहने के बाद<br />और कुछ जिंदगी, मौत के बाद'<br /><br />इन सच्चाईयों को ज़मीन पर खड़े होकर ही जीया जा सकता है...<br />ठीक कहती है कविता, ऊँची मीनारों से सब सुन्दर लगता है कि नहीं दिखतीं वहाँ से चहुँ ओर व्याप्त विडम्बनाएं!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3518321702029003500.post-29255048346352468052013-07-31T07:46:53.134-07:002013-07-31T07:46:53.134-07:00'जैसे बच जातीं हैं,
कुछ सासें, सांस लेने के बा...'जैसे बच जातीं हैं,<br />कुछ सासें, सांस लेने के बाद<br />कुछ आंसू, बहुत रोने के बाद<br />कुछ बातें, सबकुछ कहने के बाद<br />और कुछ जिंदगी, मौत के बाद'<br /><br />इन सच्चाईयों को ज़मीन पर खड़े होकर ही जीया जा सकता है...<br />ठीक कहती है कविता, ऊँची मीनारों से सब सुन्दर लगता है कि नहीं दिखतीं वहाँ से चहुँ ओर व्याप्त विडम्बनाएं!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.com